मंसूर अलजबार्ती
27 सितंबर से 1 अक्टूबर तक ग्रीस में आयोजित किए गए 'सऊदी सांस्कृति सप्ताह' में रॉयल इंस्टिट्यूट ऑफ़ ट्रैडिशनल आर्ट्स (Wrth) की हिस्सेदारी के साथ ही सऊदी पारंपरिक कलाएँ अब दुनिया भर में मौजूद नए-नए दर्शकों तक पहुँचने के लिए तैयार हैं। “दो संस्कृतियों की विरासत" नामक यह इवेंट, "अल-कत अल-असीरी" कला के ज़रिए सऊदी विरासत का अन्वेषण करता है। Wrth कुदरती रंग तैयार करने और जिप्सम पर नक्काशी की कला से संबंधित कार्यशालाएँ तथा सक्रिय सहभागिता के साथ सामुदायिक कलाकृतियाँ बनाने पर प्रकाश डालने वाली इंटरैक्टिव कार्यशालाओं की एक शृंखला आयोजित करता है।
'संस्कृति सप्ताह' के तहत, सऊदी के पाँच प्रतिभावान कलाकार, इंटरैक्टिव वर्कशॉप्स का आयोजन करते हुए परंपरागत 'असीरी' पैटर्न के साथ जिप्सम पर नक्काशी की नुमाइश करते हैं। कला की इस अनूठी शैली को अंतरराष्ट्रीय पहचान तब मिली, जब साल 2017 में इसे UNESCO की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची पर अंकित किया गया।
इन कार्यशालाओं के अलावा, विज़िटर कुदरती रंगों की दुनिया का जायज़ा ले सकते हैं और सऊदी कारीगरों का कौशल खुद देख सकते हैं। Wrth का समर्पित पैविलियन, प्रतिभागियों को कुदरती रंगों से परंपरागत 'असीरी' पैटर्न को रंगकर एक सामुदायिक कलाकृति बनाने में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है। इस संस्था की अंतरराष्ट्रीय सहभागिता दुनिया का ध्यान खींचने से कभी नहीं चूकती, क्योंकि विज़िटर सऊदी अरब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत में रचे-बसे सक्रिय सहभागिता वाले कलात्मक अनुभवों में शामिल होने के लिए तत्पर रहते हैं।
इसके अलावा, सऊदी कलाकारों की उपस्थिति अक्सर जिज्ञासा जगाती है और उनसे बातचीत शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करती है, क्योंकि दुनिया भर से आए कला-प्रेमी चटक रंगों वाली, विविधताओं से भरी इस कलात्मक परंपरा के पीछे की सांस्कृतिक और प्राकृतिक प्रेरणाओं को समझना चाहते हैं।
कला के क्षेत्र में होने वाले अंतरराष्ट्रीय सहयोग, कलाकारों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने और परंपरागत कला शैलियों के सार्वभौमिक आकर्षण को उजागर करने में अहम भूमिका निभाते हैं। ग्रीस और सऊदी अरब के ज्यामितीय और बेल-बूटेदार रूपांकनों का मिश्रण करके, ये विनिमय सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के साथ-साथ दुनिया भर में सऊदी कला को ज़्यादा-से-ज़्यादा लोगों की नज़रों में भी लाते हैं। इसके अलावा, ये पहलें सऊदी कलाकारों को सशक्त बनाने वाला एक ऐसा मंच देती हैं, जिसकी मदद से वे नए दर्शकों तक पहुँच सकते हैं और सऊदी कला की अंतराष्ट्रीय उपस्थिति को पुख्ता कर सकते हैं।
WRTH का परिचय:
Wrth: 'रॉयल इंस्टिट्यूट ऑफ़ द ट्रैडिशनल आर्ट्स' हमारी रचनात्मक राष्ट्रीय पहचान के संरक्षण और प्रचार के लिए समर्पित अग्रणी संस्थान है। शिक्षा और संरक्षण के माध्यम से, हम भावी पीढ़ियों को ये कौशल सीखने और उन्हें निखारने के लिए प्रेरित करते हैं, ताकि सुनिश्चित हो सके कि हमारी रचनात्मक विरासत जीवंत बनी रहे और उसे सम्मान मिलता रहे। हम चिकित्सकों, छात्रों और दुनिया भर के दर्शकों को इन शिल्पों के साथ गहराई से जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं, ताकि बदलते वक्त के साथ भविष्य में हर किसी के लिए रचनात्मकता को बढ़ावा दिया जा सके।
मंसूर अलजबार्ती