सारा अल करौत
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दुबई ने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) के लिए एक ब्लूप्रिंट लॉन्च किया है। यह एक वार्षिक प्लान है, जिसका मकसद टेक्नोलॉजी की क्षमता का सदुपयोग करके दुनियाभर में लोगों की ज़िंदगी को बेहतर बनाना है।
इस प्लान की शुरुआत हर सरकारी इकाई में AI के लिए एक CEO की नियुक्ति के साथ होगी और इसके बाद AI तथा WEB3 Incubator की स्थापना की जाएगी, जो विकसित होकर AI और टेक्नोलॉजी कंपनियों का सबसे बड़ा ग्लोबल हब बन जाएगा। यह हब दुनियाभर के इनोवेटर्स, स्टार्टअप्स और AI लीडर्स को आकर्षित करेगा और उनके विचारों को सफल उद्यमों या वास्तविक जगत के ऐप्लिकेशन्स के रूप में विकसित करने में मदद करेगा।
इस प्लान के तहत स्कूलों और कॉलेज में AI Week की शुरुआत करने की कवायद भी शामिल है, ताकि AI ऐप्लिकेशन्स को शैक्षिक प्रणाली के साथ इंटीग्रेट करने में मदद मिल सके। इसकी मदद से छात्र ऐसे कौशल विकसित कर सकेंगे, जो भावी बाज़ार की आवश्यकताओं, जैसे कि कोडिंग के अनुरूप होंगे। इसके अलावा छात्रों को इस क्षेत्र के नवीनतम टूल्स और सर्वश्रेष्ठ तौर-तरीकों का भी परिचय दिया जा सकेगा।
इस ब्लूप्रिंट के तहत 'दुबई कॉमर्शियल लाइसेंस फ़ॉर आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस' को लॉन्च किया जाएगा, जो इस क्षेत्र के विकास में मदद के लिए खास तरह की कंपनियों और लोगों को दुबई की ओर आकर्षित करेगा, निवेश के लिए प्रेरित करेगा और टेक्नोलॉजी व इनोवेशन कंपनियों के पसंदीदा व्यावसाययिक डेस्टिनेशन के तौर दुबई की स्थिति को मज़बूत करेगा। इस प्लान के तहत, डेटा सेंटर्स के लिए ज़मीन आवंटित की जाएगी, ताकि एक ऐसा विश्व-स्तरीय ढाँचा तैयार किया जा सके, जो दुबई की डिजिटल रूपांतरण यात्रा में हाथ बँटा सकता है।
दुबई के क्राउन प्रिंस और दुबई एक्ज़िक्यूटिव काउंसिल के चेयरमैन महामहिम शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मखतूम ने कहा: “1999 में, हमने दुबई के डिजिटल ट्रांसफ़ॉर्मेशन की शुरुआत की थी। यह वेंचर लगातार नई-नई उपलब्धियाँ हासिल करता आ रहा है, जिनकी वजह से ही पिछले साल हाल ही में 'दुबई डिजिटल स्ट्रैटेजी' का अनावरण हो सका। हमारी बेजोड़ उपलब्धियों ने इस प्रांत में मौजूद टेक्नोलॉजी और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले बिलियन-डॉलर उद्यमों के लिए हमें एक प्रीमियर हब के रूप में स्थापित कर दिया है।”
महामहिम ने आगे कहा, "हाल ही के वर्षों में, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के विकास में तेज़ी आई है, जिसके चलते एक ओर जहाँ इसका सदुपयोग करने में माहिर राष्ट्रों और सरकारों के लिए अनगिनत अवसर पैदा हुए हैं, वहीं दूसरी ओर इसका इस्तेमाल करने में असमर्थ राष्ट्रों और सरकारों के लिए चुनौतियाँ खड़ी हुई हैं। इसके लिए ऐसे ऐक्शन प्लान्स की ज़रूरत थी, जो टेक्नोलॉजी और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में तेज़ी से आते बदलावों पर जवाबी कदम उठाने के लिहाज़ से तेज़ हों और ज़रूरत के मुताबिक ढाले जा सकें।”
सभी क्षेत्रों में AI को अपनाने और उसके कार्यान्वयन में तेज़ी लाने का दुबई का वार्षिक प्लान, टेक्नोलॉजी के सदुपयोग के मामले में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ शहर बनने और उन्नत ऐप्लिकेशन्स को अपनाने के मामले में सबसे तेज़ बनने की दुबई की महत्त्वकांक्षा का एक प्रमुख घटक है।