अमल सऊद अरहर्बी
+966542278807
• माननीय अल दोसारी: यह नई डॉक्युमेंटरी किंगडम के वन्यजीवन के रहस्य उजागर करती है
• होराइज़न वन्यजीवन की सुरक्षा और संरक्षण के लिए सऊदी अरब के अग्रणी प्रयासों को दर्शाता है
सऊदी मीडिया मंत्रालय के सरकारी संचार केंद्र की पहल Konoz ने, “होराइज़न” नामक एक नई डॉक्युमेंटरी लॉन्च की है। इस नई डॉक्युमेंटरी में किंगडम की समृद्ध जैव-विविधता और कुदरती संसाधनों के बारे में बताया गया है। 'नेशनल सेंटर फ़ॉर वाइल्डलाइफ़' के सहयोग से निर्मित यह डॉक्युमेंटरी, फ़िलहाल Netflix पर स्ट्रीम की जा रही है।
यह फ़िल्म Konoz Initiative की ताज़ातरीन पेशकश है, जिसका उद्देश्य लोगों को सऊदी अरब में पाई जाने वाली प्रजातियों की प्रचुरता और जैव विविधता के साथ-साथ उसके अनूठे भौगोलिक क्षेत्रों के बारे में बताना है। इस डॉक्युमेंटरी में किंगडम द्वारा वन्यजीवन की सुरक्षा और दुर्लभ प्रजातियों के संरक्षण के लिए किए जा रहे अग्रणी प्रयासों को हाइलाइट करते हुए, दुनिया को यहाँ मौजूद कई तरह के समृद्ध संसाधनों से परिचित करवाना है। इस डॉक्युमेंटरी में सऊदी अरब के कुदरती सौंदर्य, यहाँ पाए जाने वाले विभिन्न तरह के पेड़-पौधों तथा जीव-जंतुओं और यहाँ मौजूद प्रचुर संसाधनों को दिखाया गया है।
इसकी रिलीज़ पर टिप्पणी करते हुए, मीडिया विभाग के मंत्री माननीय श्री सलमान बिन यूसेफ़ अल-दोसारी ने कहा: “होराइज़न एक नई डॉक्युमेंटरी है, जिसे सऊदी अरब के वन्यजीवन के रहस्यों और उसकी प्रचुरता को दुनिया के सामने लाने के इरादे से बनाया गया है।
यह डॉक्युमेंटरी किंगडम में पाए जाने वाले कई अलग-अलग तरह के फ़ंगल जीवों के कुदरती आवासों, जैसे कि मैदान, पर्वत, घाटियों और विशाल समुद्र के खूबसूरत सफ़र पर ले जाती है। दर्शकों को यहाँ पाए जाने वाले अलग-अलग तरह के जीव-जंतुओं, जैसे कि डुगोंग, डॉल्फ़िन, अरबी तेंदुओं, हिरण और ऑरिक्स की प्रजातियों के बारे में जानकर अच्छा लगेगा। उन्हें किंगडम की अनूठी जैव विविधता, अलग-अलग तरह के भू-भागों, इलाकों और विभिन्न प्रकार की जलवायु की झलक दिखाई जाएगी, जो 10,000 से भी ज़्यादा प्रजातियों को एक साथ सामंजस्यपूर्ण ढंग से रहने का माहौल देते हैं और इनमें से हर एक प्रजाति उसके अपने परिवेश में फलने-फूलने के लिए बड़े ही अनोखे ढंग से ढल चुकी है।
“होराइज़न” के ज़रिए, दर्शकों को पाँच अलग-अलग तत्त्वों के खूबसूरत सफ़र पर चलने का मौका मिलेगा: जलीय इकोसिस्टम, पर्वत, रेगिस्तान, मानव और कुदरत। दर्शकों को किंगडम की पर्यावरणीय संपदा से जुड़ी संभावनाओं के बारे में जानने के लिए भविष्य के सफ़र पर ले जाया जाएगा।
'नेशनल सेंटर फ़ॉर वाइल्डलाइफ़' के CEO मोहम्मद कुर्बान ने 'नेशनल सेंटर फ़ॉर वाइल्डलाइफ़' और 'मीडिया मंत्रालय' के आपसी सहयोग से तैयार किए गए इस साझा प्रोजेक्ट के महत्त्व पर बल दिया, जो पूरे किंगडम में पाए जाने वाले जीव-जंतुओं की अलग-अलग प्रजातियों की जानकारी देता है।
उन्होंने कहा: “यह डॉक्युमेंटरी स्थलीय और जलीय इकोसिस्टम को कायम रखने, जैव विविधता को बनाए रखने में सहायता करने, संरक्षित क्षेत्रों का विस्तार करने और साथ ही खतरे में पड़ी प्रजातियों का सुरक्षित परिवेशों में ध्यान रखने और उन्हें उनके कुदरती आवास में फिर से भेजने के लिए सऊदी अरब द्वारा की जा रही सच्ची कोशिशों को दर्शाती है। इससे इकोलॉजिकल संतुलन बढ़ेगा और सस्टेनेबिलिटी हासिल होगी।”
अमल सऊद अरहर्बी
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