अहमद बायूनी
डिजिटल कोऑपरेशन ऑर्गनाइज़ेशन (DCO) के सदस्य राज्यों ने 80वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के मौके पर डिजिटल सहयोग के लिए अपनी पहली उच्च-स्तरीय वार्ता की बैठक बुलाई। इस मौके पर उन्होंने जॉइंट स्टेटमेंट जारी करते हुए डिजिटल बदलाव के लिए वैश्विक सहयोग की ज़रूरत पर बल दिया, जिससे दुनिया भर में आपदाओं से निपटने, समृद्धि और शांति को बढ़ावा देने में मदद मिल सके।
2024 में अपनाए गए यूएन ग्लोबल डिजिटल कॉम्पैक्ट और DCO 4-ईयर एजेंडा फ़ॉर डिजिटल रेज़िलिएंस एंड प्रॉस्पेरिटी (2025-2028) को आगे बढ़ाते हुए, DCO के सदस्य राज्य एक स्पष्ट उद्देश्य के लिए एकजुट थे: यह सुनिश्चित करना कि डिजिटल बदलाव से समृद्धि और शांति आए, न कि भेदभाव और मतभेद को बढ़ावा मिले।
अपने विचार-विमर्श में, DCO के सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों ने डिजिटल के क्षेत्र में काम कर रहे देशों और संगठनों के बीच की खाई को कम करने और आपसी सहयोग बढ़ाने की ज़रूरत पर बल दिया। उन्होंने डिजिटल बदलाव के लिए नए सहयोग मॉडल के विस्तार को बढ़ावा देने का संकल्प लिया, जिसमें साउथ-साउथ और त्रिकोणीय सहयोग जैसे मॉडल शामिल हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर चल रह प्रयासों और डिजिटल के क्षेत्र में सभी को साथ लेकर चलने, ज़िम्मेदारी के साथ नए प्रयोग करने और मज़बूत डिजिटल इकोसिस्टम के साझा सिद्धांतों को साथ लेकर आगे बढ़ने के प्रति भी प्रतिबद्धता दिखाई।
नेताओं ने प्रगति की निगरानी और नीतियों को आकार देने के लिए, DCO डिजिटल इकोनॉमी नेविगेटर जैसे डेटा-आधारित टूल की अहमियत पर भी ज़ोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने डिजिटल सहयोग के लिए संयुक्त राष्ट्र के मित्र समूह के विस्तार का स्वागत किया, जिसे पाकिस्तान और सऊदी अरब की सह-अध्यक्षता में आगे बढ़ाया जा रहा है। इस प्रयास को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गति और बहुपक्षीय संवाद बनाए रखने के लिए ज़रूरी माना जा रहा है।
यह घोषणा DCO को बहुपक्षीय डिजिटल सहयोग के एक नए युग को बढ़ावा देने वाले संगठन के रूप में पेश करती है, जो संयुक्त राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और भागीदारों के साथ मिलकर समावेशी, लंबे समय तक चलने वाले और मज़बूत डिजिटल भविष्य के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।
पूरा जॉइंट स्टेटमेंट पढ़ने के लिए, कृपया यहाँ जाएँ: (https://dco.org/wp-content/uploads/2025/09/High-level-Ministerial-Dialogue-on-Digital-Cooperation-JOINT-STATEMENT.pdf).
अहमद बायूनी